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Elon Musk Neuralink got success: एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक को बड़ी कामयाबी हाथी हाथ लगी है. न्यूरालिंक ने ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस टेक्नोलॉजी में अपनी उपलब्धि से मानव जीवन में एक नई उम्मीद जगाई है. दरअसल, न्यूरालिंक ने 21 मार्च को एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक लकवाग्रस्त शख्स कंप्यूटर कर्सर के माध्यम से अपने विचारों के जरिए चेस खेल रहा है.
वीडियो में शख्स ने अपना नाम नोलैंड अर्बाघ बताया है. अर्बाघ की मौजूदा उम्र 29 साल है. नोलैंड अर्बाघ दिमागी रूप से तो पूरी तरह फिट हैं, लेकिन उनके कंधे का निचला हिस्सा पूरी तरह से बेजान हो गया है.
— Neuralink (@neuralink) March 20, 2024
दिमाग से कर्सर को कंट्रोल करता हुआ नजर आया शख्स
साझा किए गए वीडियो में अर्बाघ को कहते हुए सुना जा सकता है कि मैंने कंप्यूटर के कर्सर को पूरी तरह अपने दिमाग से कंट्रोल किया हुआ है. शख्स ने कहा, ”स्क्रीन पर यह कर्सर देख रहे हैं. यह मैं हूं. यह सब दिमागी शक्ति का खेल है.”
हादसे का शिकार हो गए थे नोलैंड अर्बाघ
वीडियो में अर्बाघ ने अपने साथ हुए एक हादसे का भी जिक्र किया. अर्बाघ के मुताबिक एक एक्सीडेंट के दौरान उनके कंधे का निचला हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था. जिसके बाद उनके दिमाग में इसी साल की शुरुआत में न्यूरालिंक की तरफ से एक चिप लगाया गया है. चिप से पहले उन्होंने कोई खेल खेलना छोड़ दिया था, लेकिन अब वह फिर से खेल सकते हैं.
एलन मस्क ने 2016 में न्यूरालिंक की कंपनी को किया था स्थापित
आपको बता दें कि साल 2016 में न्यूरालिंक की कंपनी को एलन मस्क ने मेडिकल रिसर्च के रूप में स्थापित किया था. इस कंपनी के माध्यम से उनका एकमात्र उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों को सक्षम बनाने में क्रांतिकारी बदलाव लाना है.
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