गुयाना के राष्ट्रपति ने लगा दी BBC के रिपोर्टर की क्लास, ऐसा क्या कहा, जो वीडियो हो रहा वायरल

गुयाना के राष्ट्रपति ने लगा दी BBC के रिपोर्टर की क्लास, ऐसा क्या कहा, जो वीडियो हो रहा वायरल

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Guyana President interview: भारतीय मूल के गुयाना के राष्ट्रपति का इन दिनों एक वीडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें उन्होंने BBC रिपोर्टर को फटकार लगाई है. गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने कहा कि विकसित देश विकासशील देशों पर अपनी हिपोक्रेसी बंद करें. कार्बन उत्सर्जन को लेकर सवाल करने पर इरफान ने बीबीसी रिपोर्टर से पूछा कि क्या आप विकसित देशों के जेब में हैं?

दरअसल, गुयाना में एक तेल भंडार की खोज हुई है, जिसे निकालने के लिए गुयाना के राष्ट्रपति योजना बना रहे हैं. इसी बीच बीबीसी के रिपोर्टर ने एक इंटरव्यू के दौरान इरफान से कहा कि यदि आप तेल निकालते हैं तो दो बिलियन टन कार्बन का उत्सर्जन होगा.

इसी बात पर गुयाना के राष्ट्रपति रिपोर्टर पर भड़क गए और साक्षात्कार को बीच में ही रोकते हुए पूछा ‘आपको लेक्चर देने का अधिकार किसने दिया है?’. साथ ही इरफान ने पूछा कि क्या आप उनकी जेब हैं, जिन लोगों ने औद्योगिक क्रांति के जरिए पर्यावरण को तबाह कर दिया? अब आप हमें लेक्चर दे रहे हैं.

रिपोर्टर और राष्ट्रपति में हुई तीखी बहस
गुयाना के राष्ट्रपति ने रिपोर्टर को रोकते हुए कहा, ‘क्या आप जानते हैं कि गुयाना के पास इतना बड़ा वन क्षेत्र है, जो संयुक्त रूप से इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के वन के बराबर है. इरफान ने कहा कि एक जंगल जो 19.5 गीगाटन कार्बन स्टोर करता है, उसको हमने बचाकर रखा है.’ जंगल की बात सुनने के बाद रिपोर्ट ने दोबारा सवा किया कि क्या इससे आपको कार्बन उत्सर्जन का अधिकार मिल जाता है? इसपर इरफान ने दोबारा रिपोर्टर को रोकते हुए पूछा कि क्या आपको इससे हमें जलवायु परिवर्तन पर लेक्चर देने का अधिकार मिल जाता है?

गुयाना ने जैव विविधता को बचाए रखा
इरफान ने कहा कि अब मैं आपको जलवायु परिवर्तन पर लेक्चर दूंगा. उन्होंने कहा कि जिस जंगल को हमने बचाकर रखा है, उसका आनंद पूरी दुनिया लेती है. ‘आज भी जंगल की कटाई के मामले में गुयाना दुनिया में सबसे पीछे हैं. उन्होंने कहा कि सबसे बड़े पेट्रोलियम खोज होने के बावजूद आद गुयाना कार्बन उत्सर्जन के मामले में नेट जीरो देश रहेगा. इरफान ने कहा कि दुनिया हमको हमारे जंगल के लिए भुगतान नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्षों में दुनिया ने 65 फीसदी बायोडायवर्सिटी खो दी है, हमने अपनी जैव विविधता को बरकरार रखा है. क्या आप इसका मूल्यांकन कर रहे हैं?’

विकसित देशों की हिपोक्रेसी पर सवाल
गुयाना के राष्ट्रपति ने कहा कि हमने जंगल को बचाए रखा है क्या आप इसके लिए मुझे भुगतान करेंगे? जिन लोगों ने औद्योगिक क्रांति के नाम पर जंगलों को नष्ट किया, क्या अब वे हमें लेक्चर देंगे. उन्होंने कहा कि विकसित देश जब अपने तेल भंडार को खोजते हैं तो उनकी हिपोक्रेसी साफ दिखती है. बता दें कि एक इंटरविव के दौरान इरफान ने कहा था उनके परदादा के पिता भारत से आए थे, उनका जन्म एक इंडो-गुयाना मुस्लिम परिवार में हुआ था.

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