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Ayatollah Ali Khamenei On Israel Hamas War: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रविवार (19 नवंबर) को दावा किया कि हमास के खिलाफ युद्ध में इजरायल को हार का सामना करना पड़ा है और यह एक सच्चाई है. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, राजधानी तेहरान में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स एयरोस्पेस फोर्स सेंटर में अपने भाषण के दौरान खामेनेई ने कहा, ”गाजा में जायोनी शासन (इजरायल) की हार एक फैक्ट (सच्चाई) है.”
उन्होंने कहा, ”अस्पतालों या लोगों के घरों में आगे बढ़ना और घुसना कोई जीत नहीं है क्योंकि जीत का मतलब दूसरे पक्ष को हराना है.” खामेनेई ने कहा कि गाजा पर भारी बमबारी के बावजूद हमास के नष्ट करने के अपने घोषित लक्ष्य को हासिल करने में इजरायल विफल रहा है. उन्होंने कहा कि यह अक्षमता अमेरिका और पश्चिमी देशों की अक्षमता को दर्शाती है जो इजरायल का समर्थन करते हैं.
हमास का समर्थन करता है ईरान
ईरान आर्थिक और सैन्य रूप से हमास का समर्थन करता है. उसने 7 अक्टूबर के हमास के हमले को सफलता करार दिया था लेकिन अपनी किसी भी प्रत्यक्ष भागीदारी से इनकार किया था. 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से तेहरान ने फिलिस्तीनी मुद्दे के समर्थन को अपनी विदेश नीति का केंद्रबिंदु बना लिया है.
अली खामेनेई का दावा- इजरायल ने हजारों बच्चों को मार डाला
खामेनेई ने कहा कि इजरायल ने बगैर किसी पश्चाताप के हजारों बच्चों को मार डाला है और उन्होंने दावा किया कि ऐसा इसलिए क्योंकि जायोनी खुद को एक श्रेष्ठ जाति मानते हैं.
खामेनेई ने इजरायल के साथ औपचारिक संबंध रखने वाले मुस्लिम देशों से आग्रह किया कि वे उन संबंधों को खत्म कर लें और व्यापार भी रोक दें. उन्होंने कहा कि कुछ इस्लामिक सरकारों ने अभी तक (गाजा में इजरायल के एक्शन की) निंदा नहीं की है, लेकिन यह स्वीकार्य नहीं है.”
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